Saturday, August 27, 2016

गणेश जी की कहानी


एक ब्राह्मण था उसकी दो लडकियाँ थी । एक का नाम सीता दूसरी का गीता दोनो गाँव में ही थी सीता को एक लडका था और गीता को एक लडकी थी वह लडकी रोज रोती तो सीता ने गीता से कहा तू गणेश जी की इतनी पूजा करे हैं फिर भी थारी छोरी रोज परेशान करे हैं और सीता बडी भक्ति भाव से गणेश जी की पूजा करती एक दिन गीता ने सीता का लडका के छिपा दियो और चुपचाप घर में जाकर बैठ गई ।
   इधर सीता ने अपना लडका के खूब ढूढा और रोती रोती गणेश जी के पास गई और बोली की महाराज मेरा लडका खो गया आप लाकर के देवो मैं आपकी बहुत सेवा पूजा बड़ा ध्यान से करती थी अब गणेश जी बोले कि अगर इसका लड़का के अपन नही ढूंढांगा तो दुनिया में अपने को कौन मानेगो । गणेश जी ने झटपट से सीता के  लड़के को ढूंढ लिया और लाकर सामने खडा कर दिया।

 अब गीता सीता का पाँव पडने लगी और माफी मांगी हैं गणेशजी महाराज उसके टूटया जैसा सबके टूटजो कहता सुनता हुकारा भरता